सारंगढ़ पुलिस का सड़क सुरक्षा मिशन: आवारा पशुओं को रिफ्लेक्टर बेल्ट पहनाकर दुर्घटनाओं से बचाएंगे जान, पढ़े पूरी खबर,,,,,

समाजसेवी दीपांशु जैन का सहयोग, पुलिस प्रशासन की अनोखी पहल
सारंगढ़ लाइव TV छत्तीसगढ़
सारंगढ़-बिलाईगढ़ क्षेत्र में रात्रि के समय सड़कों पर बैठे या घूमते पशुओं की वजह से लगातार सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एक सराहनीय कदम उठाया है।
पुलिस का विशेष अभियान — रिफ्लेक्टर बेल्ट से दिखेंगे पशु

पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय के मार्गदर्शन में तथा अति. पुलिस अधीक्षक निमिषा पाण्डेय उप पुलिस अधीक्षक अविनाश मिश्रा और एसडीओपी स्नेहिल साहू** के निर्देशन में यह विशेष अभियान चलाया गया।
इस अभियान में यातायात शाखा एवं कोतवाली पुलिस की टीम ने शहर के विभिन्न मार्गों पर घूमने वाले एवं सड़क किनारे बैठे पशुओं को रिफ्लेक्टर बेल्ट पहनाए, जिससे रात के समय वाहन चालकों को उनकी मौजूदगी दूर से ही दिखाई दे सके।
समाजसेवी का सहयोग — दीपांशु जैन बने प्रेरणा स्रोत
इस नेक पहल में समाज सेवी दीपांशु जैन (रायपुर) का विशेष सहयोग रहा। उनके सहयोग से बड़ी संख्या में रिफ्लेक्टर बेल्ट उपलब्ध कराए गए, जिन्हें पुलिस कर्मियों ने स्वयं पशुओं को पहनाया।
पुलिस का मानवीय चेहरा — “सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी”

सिटी कोतवाली थाना प्रभारी कामिल उल हक ने स्वयं मैदान में उतरकर पशुओं को रिफ्लेक्टर बेल्ट पहनाए। उन्होंने कहा कि, “सड़क सुरक्षा सिर्फ वाहन चालकों की नहीं, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। पशुओं की सुरक्षा भी उतनी ही आवश्यक है जितनी इंसानों की।”
नागरिकों से अपील
पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सड़कों पर आवारा पशुओं को न छोड़ें और वाहन चलाते समय रात्रि में गति नियंत्रित रखें। इस पहल से न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी बल्कि पशुओं की भी जान बचेगी।
सारंगढ़ पुलिस का यह मानवीय अभियान समाज के लिए एक उदाहरण बन गया है, जो बताता है कि संवेदनशील पहल से सड़कें न सिर्फ सुरक्षित, बल्कि जीवनमय भी बन सकती हैं।**




