विशालपुर में परमपूज्य गुरु घासीदास बाबा जी की 269वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई, पढ़े पूरी खबर,,,,,,

गुरु घासीदास बाबा जी का संदेश: ‘मनखे-मनखे एक समान’ – छुआछूत और भेदभाव को समाप्त कर समाज में समानता और भाईचारा स्थापित करें
सारंगढ़ जिला मुख्यालय से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम विशालपुर में परमपूज्य गुरु घासीदास बाबा जी की 269वीं जयंती बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा भाव से मनाई गई। बाबा जी के संदेशों के प्रति गहरी आस्था और समर्पण को देखकर यह आयोजन और भी विशेष बन गया।

गौरतलब है कि बाबा जी ने मानवता और समाज में समानता का संदेश दिया। उनका मुख्य संदेश था “मनखे-मनखे एक समान”, जिससे उन्होंने छुआछूत, जातिवाद और ऊँच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने की अपील की। उनके इस संदेश से प्रेरित होकर विशालपुर में हर साल यह जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है, जिसमें सभी वर्गों और समुदायों के लोग सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।

इस अवसर पर ग्राम के प्रत्येक घर में कलश जलाए गए और सफेद रंग के झंडे लगाए गए। चौक-चौराहों पर विशेष सजावट की गई, जिससे पूरा गांव भक्तिमय वातावरण से ओत-प्रोत हो गया। बाबा जी की मूर्ति और झंडा के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें गांव के बूढ़े, बच्चे, जवान सभी शामिल हुए। भक्तगण “जय जय सतनाम” और बाबा जी के जयकारे लगाते हुए जय स्तंभ तक पहुंचे।
जय स्तंभ पहुंचने पर ग्राम की महिलाओं ने श्रद्धा भाव से गोल-गोल घूमकर आरती की। इसके पश्चात बाबा जी की पूजा-पाठ का आयोजन किया गया, और अंत में विधिवत रूप से झंडा चढ़ाकर सभी को प्रसाद वितरण किया गया।
गांववासियों की सामूहिक भागीदारी और बाबा जी के संदेशों के प्रति आस्था ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि समाज में समानता, एकता और भाईचारे का संदेश भी फैलाने वाला था।




