अमलीपाली स्कूल भवन संकट में — बच्चों की पढ़ाई पर मंडरा रहा खतरा पढ़े पूरी खबर,,,,

प्रधान पाठक बोले — कई बार आवेदन देने के बाद भी नहीं मिला नया भवन
सारंगढ़ लाइव TV छत्तीसगढ़
बरमकेला, ग्राम पंचायत नावापारा के आश्रित ग्राम अमलीपाली के डीपापारा के शासकीय प्राथमिक शाला का भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। छत से पानी टपकता है, दीवारों में दरारें पड़ गई हैं और प्लास्टर टुकड़ों में गिर रहा है। बरसात के दिनों में बच्चों को कक्षाओं में बैठाना खतरे से खाली नहीं है।
बच्चों की सुरक्षा पर संकट, गिरती छत से डर में जी रहे छात्र

प्रधान पाठक देवेंद्र कुमार नायक ने बताया कि विद्यालय में इस समय कुल 17 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। भवन की जर्जर स्थिति के चलते गांव के ही राजकुमार भोय के घर में फिलहाल नि:शुल्क कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण को लेकर विभागीय अधिकारियों को कई बार आवेदन दिया गया, पर अब तक स्वीकृति नहीं मिली।
गांव के सहयोग से चल रहा अस्थायी स्कूल*

ग्रामीणों और पालकों के सहयोग से बच्चों की पढ़ाई किसी तरह जारी है। गांव के लोगों ने नि:शुल्क मकान उपलब्ध कराकर शिक्षा का सिलसिला जारी रखा है, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
शाला प्रबंध समिति ने भी किया था प्रस्ताव पारित
प्रबंध समिति के अध्यक्ष
भागीरथी भोय*

ने बताया कि पूर्व में समिति की बैठक में भवन की स्थिति पर चर्चा कर नया भवन स्वीकृत कराने का प्रस्ताव पंजी में पास कर विभाग को भेजा गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बोले — उच्च अधिकारी को भेजा गया प्रस्ताव*

इस संबंध में जब बरमकेला विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) से मीडिया ने सवाल किया, तो उन्होंने बताया —
“मेरे पास स्कूल भवन से संबंधित जानकारी और पत्र प्राप्त हुआ है। मैंने इसे अपने उच्च अधिकारी को भेज दिया है। जैसे ही भवन निर्माण की स्वीकृति प्राप्त होगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”
ग्रामीणों की अपील — बच्चों को सुरक्षित भवन मिले*
ग्रामीणों, पालकों और शिक्षकों ने शासन-प्रशासन से निवेदन किया है कि अमलीपाली प्राथमिक शाला के लिए नवीन भवन शीघ्र स्वीकृत कर निर्माण कार्य आरंभ किया जाए, ताकि बच्चों को सुरक्षित और बेहतर वातावरण में शिक्षा मिल सके।




