महिला एवं बाल विकास विभाग ने मनाई छत्तीसगढ़ स्थापना की रजत जयंती!पढ़े पूरी खबर,,,,


इस अवसर पर विधायक बिलाईगढ़ कविता लहरे, अध्यक्ष जनपद पंचायत ममता ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य लता लक्ष्मे, संतोषी खटकर, रोहित महिलाने, पूर्व सभापति अनिका भारद्वाज, अपर कलेक्टर प्रकाश कुमार सर्वे, एसडीएम अनिकेत साहू सहित बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं मौजूद रहीं।
“सुपोषित जिला है सारंगढ़ बिलाईगढ़”

सभा को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने कहा कि 25 वर्ष की उपलब्धियों के साथ छत्तीसगढ़ स्थापना का यह रजत जयंती पर्व गर्व का क्षण है। माताओं का स्थान सर्वोपरि है और आज महिलाएं घर से निकलकर राजनीति व स्व-सहायता समूहों में अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ को सुपोषित जिला घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में जिले ने छत्तीसगढ़ में पहला और देश में 13वां स्थान प्राप्त किया है।
“महिलाओं के लिए चल रहे अनेक अभियान”

अपर कलेक्टर प्रकाश कुमार सर्वे ने कहा कि वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी। 25 वर्षों में राज्य ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। आज बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, पॉक्सो कानून, महतारी वंदन और मातृ वंदना जैसी योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
पारंपरिक छटा बिखेरता आयोजन
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी बृजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि छत्तीसगढ़ महतारी के समक्ष विशेष रूप से दो बैलों को सजाया गया। साथ ही बैल की प्रतिमा भी स्थापित कर पोरा तिहार की परंपरा को जीवंत किया गया।
प्रतियोगिताओं से बढ़ा उत्साह
कार्यक्रम में महिलाओं ने हाथों में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” व “बेटी ही मेरी दुनिया” की मेहंदी रचाई। कलेक्टर समेत अतिथियों ने भौंरा चलाने का आनंद लिया। इसके अलावा पहेली, कुर्सी दौड़ और मटका फोड़ प्रतियोगिता कराई गईं। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया और सभी के लिए दोपहर भोज की व्यवस्था की गई।




