छत्तीसगढ़सारंगढ़-बिलाईगढ़

सारंगढ़ में तेज रफ्तार का कहर: दो बाइकों की आमने-सामने भिड़ंत में मां-बेटी की मौत, तीन की हालत गंभीर

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में तेज रफ्तार ने एक बार फिर दो जिंदगियां लील लीं। सिटी कोतवाली क्षेत्र के रायगढ़ रोड स्थित टेंगनापाली पेट्रोल पंप के पास दो बाइकों की आमने-सामने हुई जोरदार टक्कर में भीखमपुरा निवासी मां-बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद रायगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
दिसंबर माह में अब तक जिले में सड़क हादसों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है।

कैसे हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, भीखमपुरा निवासी विजय महर्षि अपनी पत्नी कल्याणी महर्षि और बेटी श्रेया महर्षि को लेकर बाइक से घर लौट रहे थे। वही दूसरी ओर बासिनबहरा निवासी दो युवक—आदित्य साहू और उतरा सिदार—पेट्रोल पंप से पेट्रोल भरवाकर निकल रहे थे। इसी दौरान टेंगनापाली में स्थित पेट्रोल पंप के सामने नेशनल हाईवे पर दोनों बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई।

टक्कर इतनी भीषण थी कि कल्याणी महर्षि और उनकी बेटी श्रेया ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि विजय महर्षि, आदित्य साहू और उतरा सिदार गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत नाजुक होने पर उन्हें रायगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।

ओवरस्पीडिंग बनी हादसे की वजह

पुलिस के शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों ही वाहन तेज रफ्तार में थे। घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में भी बाइकों की तेज रफ्तार स्पष्ट रूप से दिख रही है।
पुलिस ने मामले में अपराध पंजीबद्ध कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

नई सड़क पर हादसों का बढ़ता सिलसिला

सारंगढ़ से रायगढ़ रोड हरदी गांव तक और सारंगढ़ से दानसरा तक लगभग 50 साल बाद नई सड़क का निर्माण पूरा हुआ है। 28 करोड़ की लागत से बनी यह सड़क खूबसूरत जरूर है, परंतु इसके साथ हादसों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
दिसंबर के पहले सप्ताह में ही 5 मौतों से क्षेत्र दहल उठा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि नई सड़क पर वाहन चालक तेज रफ्तार से बाइक और चारपहिया चलाते हैं। भारी वाहनों की लगातार आवाजाही, स्कूल-कॉलेज के बच्चों का आवागमन और चौड़ी सड़क पर स्पीड पकड़ना दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बन रही है।

रफ्तार पर लगाम की जरूरत

लगातार हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए अब प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय लोगों की मांगें

  • शिक्षण संस्थानों के पास स्पीड ब्रेकर और स्टॉपर लगाए जाएं
  • हाईवे पर निरंतर पुलिस पेट्रोलिंग और स्पीड मॉनिटरिंग बढ़ाई जाए
  • ओवरस्पीडिंग और नशे में वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई
  • दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड और रम्बल स्ट्रिप्स लगाए जाएं

लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाए तो सड़क हादसों का यह सिलसिला और भयावह रूप ले सकता है।

दोहरे जनहानि वाले इस हादसे ने सारंगढ़ को झकझोरकर रख दिया है। अगर सड़क सुरक्षा को लेकर सख्ती नहीं बरती गई तो हर रोज ऐसी त्रासदियां सामने आ सकती हैं।

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