ब्रूसली की 85वीं जयंती पर सारंगढ़ में कराटे प्रदर्शन, मार्शल आर्ट्स को समर्पित उनकी महानता को किया गया याद, पढ़े पूरी खबर,,,,,,

सारंगढ़। विश्व के महान मार्शल आर्टिस्ट और हॉलीवुड अभिनेता ब्रूसली की 85वीं जयंती को सारंगढ़ के खेल भाठा में धूमधाम से मनाई गई। इस आयोजन का आयोजन राज्य कराटे संघ जिला इकाई सारंगढ़-बिलाईगढ़ और सेल्फ डिफेंस ऑर्गेनाइजेशन ऑफ छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिहान वरुण पांडेय और सेंसेई विजेंद्र गुड्डू यादव ने ब्रूसली के जीवन और उनकी कला को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ब्रूसली ने मार्शल आर्ट्स को नए आयाम दिए और पूरी दुनिया में इस कला को लोकप्रिय बनाया।
कार्यक्रम में शिहान वरुण पांडेय ने बताया कि ब्रूसली ने 1964 से लेकर अपने जीवनभर में 9 बार विश्व चैंपियन बनकर रिकॉर्ड कायम किया। 12 साल की उम्र से मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग शुरू करने वाले ब्रूसली ने न केवल अपनी शारीरिक क्षमता से, बल्कि मानसिक परिश्रम से भी मार्शल आर्ट्स की दुनिया में खुद को स्थापित किया। ब्रूसली का जीवन संघर्षों से भरा था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी कला में महारत हासिल की।

सेंसेई विजेंद्र गुड्डू यादव ने कहा कि ब्रूसली के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने मार्शल आर्ट्स की जो नींव रखी, वह आज भी जीवित है और उनके द्वारा निभाई गई भूमिकाएं फिल्म इंडस्ट्री में भी अजर-अमर हैं। उनकी फिल्मों में “गैम ऑफ डेथ”, “एंटर द ड्रैगन”, “ब्लैक ड्रैगन” और “चाकू मास्टर” जैसी फिल्में आज भी मार्शल आर्ट्स प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
इस अवसर पर मुख्य महिला कोच एवं राज्य कराटे संघ यू एस के छत्तीसगढ़ के सचिव सेंसेई रूखमणी रानू, कराटे वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष पंकज दास,सचिव सेंसेई वीरेंद्र डडसेना, कुमार गौरव,सागर कुम्हार,राजेश चक्रधारी, वेणु मंजूरी,शालू प्रेमी, वामिनी साहू, काजल साहू, किशन साहू, रेणुका कुम्भकार, निशि धीवर, नेहा यादव, गीता बरेठ, अश्वनी श्रीवास, कविता खूंटे, वैभवी सिंह सिसोदिया, लवली महंत, सिम्मी यादव,सहित बड़ी संख्या में कराटे कोच एवं खेल प्रेमी उपस्थित थे,
कार्यक्रम के दौरान ब्रूसली की कला और उनके योगदान को याद किया गया और सभी ने उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
ब्रूसली की 1973 में हुई असमय मौत ने दुनिया को एक महान व्यक्तित्व से वंचित कर दिया, लेकिन उनकी यादें और उनके योगदान आज भी मार्शल आर्ट्स के प्रेमियों के दिलों में जीवित हैं। उनके योगदान के लिए उन्होंने मार्शल आर्ट्स की दुनिया में एक नई दिशा दी और आज भी उनकी भूमिका को संजीवनी शक्ति माना जाता है।
, इस अवसर पर मुख्य महिला कोच एवं राज्य कराटे संघ यू एस के छत्तीसगढ़ के सचिव सेंसेई रूखमणी रानू, कराटे वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष पंकज दास,सचिव सेंसेई वीरेंद्र डडसेना, कुमार गौरव,सागर कुम्हार,राजेश चक्रधारी, वेणु मंजूरी,शालू प्रेमी, वामिनी साहू, काजल साहू, किशन साहू, रेणुका कुम्भकार, निशि धीवर, नेहा यादव, गीता बरेठ, अश्वनी श्रीवास, कविता खूंटे, वैभवी सिंह सिसोदिया, लवली महंत, सिम्मी यादव,सहित बड़ी संख्या में कराटे कोच एवं खेल प्रेमी उपस्थित थे,




