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सिटी कोतवाली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अवैध शराब के खिलाफ सख्त रुख, चार आरोपी गिरफ्तार,पढ़े पूरी खबर,,,,,

अवैध शराब का बढ़ता कारोबार: लोगों की जिंदगी पर बन रहा है खेल, परिवार हो रहे हैं बर्बाद”

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सारंगढ़,आजकल कोई ऐसा गांव नहीं बचा, जहां कच्ची शराब न बन रही हो और देशी शराब न बिक रही हो। यह सिर्फ एक व्यापार नहीं, बल्कि अब तो लोगों की जिंदगियों का खेल बन चुका है। मजदूर दिनभर मेहनत कर अपने परिवार के लिए रोटी कमाते हैं, लेकिन शाम होते ही शराब की आदत उन्हें अपनी जिंदगी की कीमत पर महंगी पड़ रही है।

शराब के नशे में डूबे ये लोग न सिर्फ अपने स्वास्थ्य को जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि घर-परिवार की खुशियाँ भी छीन रहे हैं। किडनी, लिवर जैसे अंग धीरे-धीरे खराब हो रहे हैं, और नशे की लत से जूझते हुए लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि इस नशे की लत का असर उनके परिवार पर भी पड़ रहा है। शराब पीकर घर लौटे पति-पत्नी के बीच आए दिन लड़ाई-झगड़े होने लगे हैं, जिसके कारण बच्चे मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।

यह सिर्फ एक गांव का नहीं, बल्कि हर उस इलाके का हाल है, जहां अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। कई मामलों में तो शराबी अपनी बीवी-बच्चों को पीटकर उन्हें बेहद दुख और मानसिक आघात दे रहे हैं। यही नहीं, यह लत न सिर्फ उनके स्वास्थ्य को नष्ट कर रही है, बल्कि उनके परिवारों का भविष्य भी अंधकारमय कर रही है।
इसी कड़ी में,सिटी कोतवाली सारंगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अवैध शराब के खिलाफ पुलिस का कड़ा रुख*

थाना सिटी कोतवाली सारंगढ़ पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ लगातार कार्रवाई की है। थाना प्रभारी कामिल हक के नेतृत्व में टीम ने नेशनल हाईवे किनारे स्थित ढाबों और ग्रामीण इलाकों में छापेमारी की, जिसमें बड़ी मात्रा में देशी और अंग्रेजी शराब जप्त की गई है। इस कार्रवाई के दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से:

  1. चंद्रीका टंडन (42 वर्ष), ग्राम जिल्दी06 लीटर कच्ची महुआ शराब
  2. छतराम कुर्रे (55 वर्ष), ग्राम जिल्दी02 लीटर कच्ची महुआ शराब
  3. भोजराम पटेल (55 वर्ष), ग्राम गुड़ेली26.73 लीटर देशी व अंग्रेजी शराब
  4. गुरु प्रकाश कुर्रे (31 वर्ष), ग्राम हरदी3.93 लीटर शराब और एक स्कूटी (CG-13AN-7898)

इन आरोपियों को गिरफ्तार कर आबकारी एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही की गई है। आरोपी न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए हैं।

मजदूरों की जिंदगी पर बना नशे का खतरा

यह स्थिति बताती है कि अवैध शराब का कारोबार केवल एक आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक बीमारी बन चुका है, जिसका असर सिर्फ शराब पीने वालों पर नहीं, बल्कि उनके परिवारों और पूरे समाज पर हो रहा है। ऐसे में जरूरी है कि हम मिलकर इस समस्या का हल ढूंढें, ताकि आगे आने वाली पीढ़ी इस घातक लत से बच सके और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

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